आज मैं आपको इस आर्टिकल के माध्यम से समलैंगिक विवाह के बारे में बताऊंगा। आज मैं आपको बताने वाला हूँ कि समलैंगिक विवाह किसे कहते हैं और यह खबरों में क्यों बना हुआ है? तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि समलैंगिक विवाह क्या होता है?
समलैंगिक विवाह किसे कहते हैं
समलैंगिक विवाह का तात्पर्य ऐसे विवाह से है जिसमे एक ही लिंग के लोगों के बीच विवाह होता है। अर्थात कानूनी रूप से सामाजिक तौर से मान्यता प्राप्त एक ही लिंग के लोगों के बीच के विवाह को समलैंगिक विवाह कहते हैं। समलैंगिक विवाह को वैद्यता देने वाला पहला देश नीदरलैंड है जिसे 2001 में यह कानूनी मान्यता मिली।
खबरों में समलैंगिक विवाह
भारत में सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का फैसला सुनाया है। कोर्ट ने अपने इस फैसले में कहा कि समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप से मान्यता देना संसद और विधानसभाओ का काम है।
कोर्ट ने कहा
" अगर दो ट्रांसजेंडर व्यक्ति शादी की इच्छा रखते हैं और इस प्रक्रिया में खुद की पहचान ट्रांसमैन और ट्रांसवोमेन के रूप में करते हैं तो उनकी शादी को स्पेशल मैरिज एक्ट में रजिस्टर्ड किया जा सकता है।"
CJI डीवाई चंद्रचुड़ ने कहा
ऐसा कोई रिकॉर्ड नही है जो ये दिखाता या साबित करता हो कि सिर्फ विवाहित विषमलैंगिक महिला और पुरूष ही बच्चे की मिलकर अच्छी परवरिश कर सकते हैं।
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