आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम किसी भी प्राणी के विकास की प्रारंभिक अवस्था के बारे में जानेंगे, जो भ्रूण से चालू होती है। आज हम जानेंगे कि भ्रूण किसे कहते हैं, भ्रूण क्या है . विभिन्न जानवरों इंसानों और पौधों में भ्रूण किस प्रकार से विकसित होता है?
भ्रूण क्या है - Embryo in hindi
किसी भी प्राणी या पेड़ पौधों के विकास की प्रारंभिक अवस्था ही भ्रूण होती है। मनुष्य में भ्रूण के 3 महीने होने पर इसे गर्भ(Fetus) की संज्ञा दे दी जाती है।
जब एक निषेचित अंडाणु फैलोपियन ट्यूब से गुजरता है तब इसका सेगमेंटेशन होता है और यह अवस्था मोरला बन जाता है। भ्रूण की अवस्था आठ सप्ताह तक रहती है।
विभिन्न परिवर्तनों तथा अंगों के निर्माण के साथ ही भ्रूण में बहुत ही महत्वपूर्ण परिवर्तन होते रहते हैं। इसके उपरांत तीसरे महीने से प्रसव तक की अवस्था गर्भावस्था कहलाती है।
भ्रूण अपनी प्रारंभिक अवस्था में अपना पोषण अंडाणु के द्वारा लाए गए पोषक द्रव्यों से पाता है। औसतन 270 दिन के उपरांत गर्भाशय में रहने के पश्चात प्रसव की क्रिया होती है। तब शिशु गर्भाशय से बाहर निकलता है। भ्रूण का विकास एंब्रायोजेनेसिस कहलाता है। यौन प्रजनन करने वाले जीवो में जब शुक्राणु अंडकोशिका को निषेचित कर लेता है तो परिणामता एक नई कोशिका जन्म लेती है जो जाइगोट कहलाती है। इसमें दोनों अभिभावकों का आधा डीएनए होता है।
पादप में भ्रूण
पौधों में भ्रूण बीज का ही एक भाग होता है। जब भ्रूण अंकुरित होना शुरू करता है तो वह बीज से बाहर आने लगता है। जिसे अंकुरण कहते हैं। बिना बीज के भ्रूण पैदा करने वाले पौधों में ब्रायोफाइट्स एवं फर्न शामिल है।
जानकारी का स्रोत:- विकिपीडिया
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