किसी भी अर्थव्यवस्था को समझने के लिए उसकी राष्ट्रीय आय की समझ बहुत ही जरूरी है। राष्ट्रीय आय आर्थिक स्वास्थ्य और खुशहाली का प्रमुख संकेतक है। इसलिए इसमें हम जानेंगे कि राष्ट्रीय आय क्या है इसकी अवधारणाएं तथा इसके सूत्र क्या होता है?
राष्ट्रीय आय क्या है ? ( National Income in hindi )
राष्ट्रीय आय एक निश्चित अवधि में किसी अर्थव्यवस्था में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य है। इसमें सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के क्षेत्र शामिल है। इसमें बाल काटने से लेकर आवास तक चिकित्सा से लेकर राष्ट्रीय रक्षा तक सब कुछ शामिल है। राष्ट्रीय आय को ही समानता सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) कहा जाता है।
राष्ट्रीय आय की अवधारणा
राष्ट्रीय आय किसी निश्चित अवधि के दौरान अर्थव्यवस्था में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य होता है। इसमें उत्पादन के प्रत्येक कारकों की आय शामिल है। उदाहरण के तौर पर किराया, ब्याज, मजदूरी, मुनाफा आदि।
राष्ट्रीय आय की प्रमुख अवधारणा इस प्रकार हैं-
सकल घरेलू उत्पाद ( GDP )
यह किसी देश के भीतर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का बाजार मूल्य होता है।
GDP का सूत्र- G + C + I + NX
सकल राष्ट्रीय उत्पाद ( GNP )
यह किसी देश के निवासियों द्वारा एक अवधि में उत्पादित सभी अंतिम सेवाओं तथा वस्तुओं का बाजार मूल्य होता है। चाहे वह कही भी स्थित हो।
GNP का सूत्र- GDP + NF
कुछ और प्रमुख हैं-
1. NDP
2. शुद्ध राष्ट्रीय आय
3. राष्ट्रीय आय
4. व्यक्तिगत आय आदि।
निष्कर्ष
निष्कर्ष रूप में हम कह सकते हैं कि राष्ट्रीय आय की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका है। जो किसी निश्चित अवधि में किसी राष्ट्र की उत्पादित सभी अंतिम सेवाओं और वस्तुओं के बाजार मूल्य को प्रदर्शित करती है। अगर आपको किसी बारे में विस्तार से जानना है तो आप Comment के द्वारा हमसे पूछ सकते हैं। हम आपकी मदद करने के लिए तैयार रहेंगे।
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